
रायगढ़:- ग्राम बुनगा में संचालित
आयुष्मान आरोग्य मंदिर में संचालित विभिन्न गतिविधियों के संबंध मे जानकारी देते हुए डॉक्टर अजय नायक ने बताया कि साप्ताहिक बाजार के दिन 80 से 100 लोग स्थानीय ग्राम बुनगा सहित आसपास गावो के निवासी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के जरिए इलाज हेतु आते है। रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि हेतु काढ़ा का सेवन कराया जाता है। इसके साथ ब्लड प्रेशर एवम शुगर की जांच भी की जाती है।हर्बल गार्डन में ग्रामीण जनों सहित मितानिन,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ सहायिकाओ एवम स्कुली बच्चों को औषधि गुण वाले पौधों की पहचान करा गुणधर्म बताया जाता है जिससे वे व्यवहारिक जीवन में घरेलू उपचार हेतु इनका उपयोग कर सके। योग प्रशिक्षक दुलामणि रजक द्वारा प्रतिदिन यहां योगाभ्यास करवाया जाता है। प्रतिदिन 40 से 50 ग्रामीण योगाभ्यास करते हैं। आसपास के गांवों रणभाठा, सिलाड़ी, जिलाड़ी, रायपाली, नवापारा, बाराडोली, में निशुल्क आर्युवेद चिकित्सा शिविर का अयोजन किया जाता है इस शिविर में इलाज के जरिए स्थानीय ग्रामीणों को लाभ मिलता है।

आर्युवेद के प्रति जन जागरूकता का सबसे बड़ा लाभ यह है कि ग्रामीण जन आयुर्वैद चिकित्सा पद्धति से इलाज हेतु प्रेरित हो रहे है। जीवन शैली में बदलाव हेतु प्रति माह एक सेमिनार का आयोजन किया जाता है जिसमें ग्रामीण जनों को आयुर्वेद पद्धति से जुड़ी पथ्य अपथ्य,दिनचर्या, ऋतुचर्या,रात्रिचर्या, के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है हर माह बुनगा के 4 स्कूलों में अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है इस दौरान स्वास्थ्य दे जुड़ी जानकारी देते हुए स्वच्छता के लिए भी

जागरुक किया जाता है। प्रति गुरुवार वृद्ध जनों की सेवा हेतु सियान जतन क्लीनिक का आयोजन किया जाता है जिसमें प्रथम पाली में औषधालय में एवम द्वितीय पाली में आस पास के गांवों में निवासरत वृद्ध जनों का इलाज किया जाता है । डॉक्टर नायक के साथ साथ फार्मेसिस्ट भोजकुमार मालाकार भी निरंतर सेवा भाव से कार्य कर रहे है।

