
रायगढ़। बीते एक डेढ़ साल से रायगढ़ के पूर्व भाजयुमो जिलाध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के तेजतर्रार नेता जिला उपाध्यक्ष विकास केडिया की सक्रियता दिन दिनों पूरे विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रही है यही वजह भी है कि स्थानीय सियासत के जानकार उनकी सक्रियता के अब मायने खोजने लगे हैं क्योंकि इसी साल नवंबर में विधानसभा चुनाव भी होना है।
लगभग ढाई दो दशक पूर्व परिषद से जुड़कर छात्र राजनीति में पदार्पण करने वाले भाजपा जिला उपाध्यक्ष विकास केडिया का नाम आज रायगढ़ अंचल में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं बल्कि वे अपनी सतत राजनीतिक और सामाजिक सक्रियता से हर साल दर साल अपने राजनीतिक और सामाजिक कद को बढ़ाने में कामयाब हुए हैं।
साल 2013 और 2018 के रायगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी अहम भूमिका से सभी खूब परिचित हैं और अब बदलते सियासी समीकरणों के बीच बीते एक डेढ़ सालों में वो जिस नए अंदाज और कलेवर के साथ उनकी सक्रियता देखने को मिल रही हैं उससे एक बात तो स्पष्ट है कि इस साल नवंबर महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्होंने अपनी दमदार दावेदारी पेश कर दी है जिस पर पार्टी आलाकमान की भी जरूर पैनी नजर होगी।
2018 के विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद उनकी सक्रियता में आई सुस्ती को देखकर तो एकबारगी लगा कि वे अभी सियासी तौर पर छोटा ब्रेक लेना चाहते है हालांकि इस दौरान भी वो नियमित रूप से रायगढ़ भाजपा के पुराने और जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ सतत संपर्क में बनें रहें और सभी के सुख दुख में बराबर सम्मिलित होते दिखे। लेकिन फिर साल 2021 के मध्य में उन्होंने जिस नई ऊर्जा के साथ अपनी धमाकेदार वापसी की है वह निश्चित रूप से काबिले गौर रही हैं और आज की तारीख में रायगढ़ की सियासी गलियारों से लेकर ऊपर पार्टी दरबार में रायगढ़ से उनके नाम की सबसे अधिक चर्चा हो रही है, उनके नाम की चर्चा तब और ज्यादा प्रासंगिक हो जाती है जब बतौर विपक्ष पार्टी आलाकमान इस साल के अंतिम में होने वाले विधानसभा चुनाव में दोबारा सत्ता वापसी की कोशिश में जी जान से जुटी हो।
साल 2021 के मध्य में विशेष रूप से सक्रिय हुए विकास केडिया साल 2022 के आते आते जहां एक ओर फिर अपने पुराने चिर परिचित तेवर , नई ऊर्जा और नई योजना के साथ दिखाई दिए हैं और स्थानीय स्तर पर शासन प्रशासन की नीतियों और उदासीन कार्यशैली को लेकर बतौर विपक्ष , प्रेस विज्ञप्तियों, सोशल मीडिया और पार्टी के धरना आंदोलन में नियमित रूप से शरीक होकर सरकार और स्थानीय शासन प्रशासन के खिलाफ जोरदार हमला बोलते दिखाई देने लगे , वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार की सफल योजनाओं और कार्यों को भी लेकर उनका पूरे विधानसभा क्षेत्र में सघन जनसंपर्क अभियान भी जारी है जिससे अब उनकी बढ़ती सक्रियता और सशक्त मौजूदगी स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगी है।

विधानसभा चुनाव 2023 के मद्देनजर टिकट वितरण को लेकर स्थानीय भाजपा में इस बार जोरदार प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है जिसमें पूर्व विधायक विजय से लेकर विकास केडिया सहित आधा दर्जन चेहरे मैदान में अपनी दावेदारी का ढोल पीट रहे हैं लेकिन अभी हाल में रायगढ़ प्रवास में आए प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने भी प्रेस वार्ता के दौरान साफ कर दिया था कि पार्टी संगठन के कार्य करने वालों को ही तरजीह देगी, न कि बैनर पोस्टर या छपास गतिविधियों में सक्रिय रहने वालों को। इस कसौटी के मद्देनजर भी देखा जाए तो भाजपा जिला उपाध्यक्ष विकास केडिया का दावा दूसरे दावेदारों की तुलना में काफी मजबूत नजर आता है क्योंकि एक ओर वो जहां सक्ती विधानसभा सीट के प्रभारी नियुक्त होने के बाद से लगातार अपने प्रभार क्षेत्र में पार्टी को मज़बूत करने में जुटे हुए हैं वहीं दूसरी ओर रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सतत रूप से पार्टी के हर

बैठक और क्रियाकलापों में शामिल हो रहे हैं और बूथ स्तर से लेकर मंडल स्तर तक पार्टी के हर कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे थे और कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करते दिखाई दे रहे हैं। वहीं स्थानीय राजनीति के जानकारों का भी मानना है कि विकास केडिया बीते दो दशकों से पार्टी से जुड़े सबसे काबिल युवा नेताओं में शुमार है जो छात्र परिषद की राजनीति में जिला संयोजक से लेकर युवा मोर्चा में जिला जिलाध्यक्ष , महामंत्री, जिला प्रवक्ता जैसे कई अहम पदों में अपनी जिम्मेदारी का सफलतापूर्वक निर्वाहन कर चुके है और साथ ही 2013 में और 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी अहम भूमिका निभा चुके हैं जिसकी वजह से पूरे रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र के हर मंडल के पार्टी कार्यकर्ता और जनता उनकी कार्यशैली के साथ साथ उनकी व्यक्तिगत और साफ सुथरी सामाजिक छवि से भी अवगत है वही समाज के सभी वर्गों में उनकी सर्व स्वीकार्यता और उनकी बेजोड़ मत प्रबंधन क्षमता भी उनकी दावेदारी को और सशक्त बना देता है, जहां उनके मुकाबले कोई और दूसरा दावेदार नजर नहीं आता है।

वहीं शहर के मुख्य शनि मंदिर में बीते नौ महीने पूर्व उनके द्वारा शुरू किए गए श्रीहनुमान चालीसा और सुंदरकाण्ड पाठ की गूंज अब शहर के गलियारों, कालोनियों और मंदिरों से निकलकर पूरे विधानसभा में गूंजने लगी है वहीं इस सावन मास में 14 जुलाई से शहर के समलाई मंदिर प्रांगण में हजारों रूद्राक्ष से निर्मित आठ फुट के विशाल शिवलिंग के सवा महीने 21 अगस्त तक चलने वाले रुद्र पूजन और अखंड ॐ नमः शिवाय जाप कार्यक्रम में भी बतौर कार्यक्रम संयोजक उनकी महती भूमिका सर्वविदित है जहां प्रतिदिन न सिर्फ हजारों की संख्या में शिवभक्त आकर अखंड ॐ नमः शिवाय जाप में शामिल हो रहे हैं बल्कि स्थानीय सर्व सनातनी समाज को भी एक मंच में लाने और उन्हें सनातनी परंपरा और संस्कृति का भी सन्देश देने में भी सफल हुए हैं, कार्यक्रम को कवरेज करने वाले प्रदेश स्तर के

नामी टीवी चैनलों और प्रिंट मीडिया की मानें तो ऐसा अद्भुत धार्मिक आयोजन आज पर्यंत पूरे छत्तीसगढ़ में कहीं भी नहीं हुआ है जहां इतनी संख्या में शिवभक्तों की नियमित उपस्थिति के साथ अखंड ॐ नमः शिवाय का जाप संपन्न हुआ हो। इस कार्यक्रम की सफलता और व्यापकता का अंदाजा भी इसी बात से लगाया जा सकता हैं कि जाप स्थल पर प्रतिदिन लगभग हजार से अधिक साधकों द्वारा जाप किया जा रहा है और जिसकी कुल संख्या कार्यक्रम समापन दिवस तक पांच करोड़ से ऊपर जाने की संभावना है जो पूरे छत्तीसगढ़ के लिए एक अभूतपूर्व धार्मिक और आध्यात्मिक उपलब्धि होगी। रायगढ़ अंचल में चहुंओर आज इस धार्मिक आयोजन की ही चर्चा हो रही है जिसका सकारात्मक प्रतिसाद उन्हें सामाजिक और सियासी तौर पर भी मिलता हुआ साफ परिलक्षित होने लगा है।





