
शोकाकुल परिवारों के प्रति जताया गहरी संवेदना
रायगढ़:- सामाजिक कुरीति पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक तथा परिवारिक स्तर पर भी हमें कड़े कदम उठाने चाहिए। बीते दिनों दो युवाओं के आत्महत्या के बाद शहर में जुआ सट्टा जैसे गैरकानूनी कार्यो के संचालन करने तथा इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ आम जनता में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। इस मामले को लेकर शहर के वरिष्ठ समाजसेवी व कांग्रेस कोषाध्यक्ष शंकरलाल अग्रवाल ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मित्तल परिवार तथा खान परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की है। शंकरलाल का कहना है कि जुआ सट्टा एक सामाजिक बुराई है इससे निपटने के लिए हमें कानून व्यवस्था के साथ-साथ सामाजिक और परिवारिक स्तर पर भी जागरूकता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। तभी इस सामाजिक बुराई पर पूरी तरह अंकुश लग पाएगा। आमतौर पर यह अपराध हमारे आसपास ही संचालित होता है परंतु मानव समाज इस अपराध को देख कर भी अनदेखा कर देता है इसीलिए आज के इस आधुनिक दौर में यह जुआ सट्टा का लत युवाओं में और समाज में धीमे जहर की तरह तेजी से फैलता जा रहा है। सभी वर्ग जाति व समाज में ऐसे सैकड़ों युवा होंगे जो अल्प समय में व बिना संघर्ष और मेहनत के सफलता पाने की चाहत में जुआ सट्टा जैसे असामाजिक गतिविधि के दलदल में फंसते चले जाते हैं। और उनके द्वारा गलत दिशा में बढ़ाए गए कदम ऐसे दुखद घटनाक्रम के परिणाम के रूप में हम सबके सामने आते हैं। जुआ सट्टा का धीमा जहर युवा तथा मध्यमवर्ग के परिवारों में बहुत तेजी से फैलता जा रहा है और यह जहर समाज को अंदर से खत्म कर रहा है। इसे रोकना बेहद जरूरी है इसके लिए हम सबको जागरूकता के साथ अपने आसपास इस तरह की गतिविधि संचालित होने की भनक लगते ही इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दे देनी चाहिए। साथ ही यदि लोग अपने परिवारिक स्तर पर भी जागरूकता के साथ ऐसे मामलों पर ध्यान रखें कि कोई परिवार का सदस्य इस अपराधिक लालच के दलदल में तो नहीं फंस रहा है तो हमें ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से शायद हम बच सके। साथ ही शंकरलाल ने पुलिस प्रशासन से भी मांग की है कि जुआ सट्टा के काले खेल को रोकने के लिए पुलिस विशेष अभियान के तहत जुआ सट्टा संचालित करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी एवं कठोर कार्रवाई करें।





