
, रायगढ़– एसपी श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देशन पर कोतवाली पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे वारंटी लक्ष्मेश्वर ठाकुर को नई दिल्ली के मयूर विहार इलाके से गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया है, शातिर वारंटी लक्ष्मेश्वर ठाकुर पुलिस को कई बार चकमा दे चुका था और पुलिस के आने की भनक पर लुक छिप जाता था।
जानकारी के मुताबिक, माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी रायगढ़ (छत्तीसगढ़) श्री प्रवीण मिश्रा की अदालत में आरोपी के खिलाफ 10 परिवाद दायर हैं। इन प्रकरणों में आरोपी के विरुद्ध 01 जमानतीय व 09 गैर-जमानतीय वारंट जारी किए गए थे।
माननीय न्यायालय द्वारा 07 अगस्त 2025 को वारंट तामिली हेतु पुलिस अधीक्षक रायगढ़ को निर्देशित किया गया था। इसके तहत पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना प्रभारी कोतवाली सुखनंदन पटेल को तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए गए। अनुमति प्राप्त होने के बाद 22 अगस्त 2025 को उप निरीक्षक दिलीप कुमार बेहरा के नेतृत्व में पुलिस टीम नई दिल्ली रवाना हुई।
पुलिस टीम ने तकनीकी मदद से आरोपी का लोकेशन ट्रेस कर 25 अगस्त 2025 को देर रात मयूर विहार थाना पुलिस के सहयोग से छापा मारकर वारंटी को गिरफ्तार किया। इसके बाद 27 अगस्त 2025 को आरोपी को न्यायालय रायगढ़ में पेश किया गया, जहां से जेल वारंट पर वारंटी को जेल दाखिल किया गया है।
गौरतलब है कि लक्ष्मेश्वर ठाकुर निवासी दिल्ली ने इन्वेस्टमेंट कंपनी में रकम जमा करने पर 30% त्रैमासिक लाभ का झांसा देकर रायगढ़ के व्यवसायी से ठगी के मामले (अपराध क्रमांक 656/2020, धारा 406, 420 भादवि) में कोतवाली पुलिस कार्यवाही की गई है, यह प्रकरण न्यायालय में लंबित है।
10 परिवाद में जारी वारंट के पालन में वारंटी की पतासाजी, गिरफ्तारी की कार्यवाही में थाना कोतवाली प्रभारी सुखनंदन पटेल, उप निरीक्षक दिलीप कुमार बेहरा, प्रधान आरक्षक श्रीराम साहू, आरक्षक मुरली मनोहर पटेल और साइबर सेल आरक्षक धनंजय कश्यप की सराहनीय भूमिका रही है।
पुलिस की इस कार्रवाई से फरार वारंटियों के खिलाफ सख्त रुख का संदेश गया है।

