
रायगढ़…बाजीराव पारा गंधरी पुलिया के निकट हुए ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी पुलिस अब तक नही सुलझा पाई है।वारदात को करीबन 72 घंटे बीत चुके हैं।लेकिन पुलिस के हाथ आज तलक खाली हैं।हालाकि इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए पुलिस रायगढ़ एसपी दिव्यांग पटेल के नेतृत्व में पूरे जी जान से जुटी हुई है।पुलिस की कई टीम लगातार तफ्तीश में जुटी हुई है।
सीसीटीवी फुटेज के जरिए कातिलों तक पहुंच सकती है पुलिस…
घटना के बाद तफ्तीश के दौरान पता चला कि कातिलों ने मकतूल के घर पर लगे सीसीटीवी का डीवीआर भी तोड़कर अपने साथ ले गए हैं। अन्यथा मर्डर की पूरी वारदात का वीडियो पुलिस के हाथ लग गया होता और कातिलों को पुलिस आसानी से पकड़ लेती,अब पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है और फुटेज का बारीकी से अध्यन कर रही है।

तीन लाख रुपए भी लेकर गए हैं हत्यारे..
सूत्रों की माने तो घटना को अंजाम देने वालों को बब्बू महराज की आर्थिक और पारिवारिक स्थिति का पूरा ज्ञान था।उन्हें अच्छी तरह मालूम था कि मृतक अपने घर पर अकेला ही रहता है।और चूंकि मृतक का ब्याज का कारोबार था।तो उसके पास रोजाना कितने रुपयों का लेन देन होता था इस बात की भी सटीक जानकारी हत्यारों को थी। अलावे इसके उन्हें इस बात की भी पूरी जानकारी थी कि रात के बखत उन्हें किस दरवाजे से घर के भीतर दाखिल होना है।जिस तरह से हत्याकांड को अंजाम दिया गया है उससे तो यही लग रहा है कि हत्यारों की बब्बू महराज से पुरानी जान पहचान थी और उन्होंने घटना को अंजाम देने से पहले उनके घर की रेकी भी अच्छी तरह से की थी।जानकारी मिल रही है कि घटना के बाद कातिलों ने उनके घर में रखे तीन लाख रुपए भी ले गए हैं।

इलाके के एक दर्जन से भी ज्यादा लोगों से चल रही है पूछताछ..
घटना के बाद से पुलिस पूरे मुआम्ले की इन्वेस्टिगेशन कई एंगल से कर रही है।पारिवारिक विवाद,लेनदेन,पुरानी दुश्मनी सहित कई दिशा में पुलिस की जांच चल रही है।फिलवक्त पुलिस ने आसपास के इलाके के कई बदमाशों सहित बब्बू महराज के कई करीबियों से पुलिस पूछताछ करके कातिलों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

बहरहाल इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए बेहद जरूरी हो गया है।रायगढ़ सहित पूरे प्रदेश में बीते कुछ महीनों में हत्या की वारदात में इज़ाफा हुआ है।इस वजह से प्रदेश में पुलिस की इमेज को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं।ऐसे में रायगढ़ पुलिस किसी भी सूरत में यह नहीं चाहेगी की बदनामी के छींटे रायगढ़ पुलिस के दामन पर भी लगे।

