
रायगढ़…बीते 8 फरवरी को राहुल गांधी के कार्यक्रम के दौरान वीआईपी ड्यूटी में तैनात पुलिस के अधिकारियों से प्रकाश नायक के द्वारा बदसलूकी किए जाने के बहुचर्चित मामले को पीसीसी चीफ ने गंभीरता से लिया है।पीसीसी ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए प्रकाश नायक को नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है।
क्या था पूरा मुआमला..
गुजरे 8 फरवरी को रेंगालपाली में सभा स्थल में घुसने को लेकर प्रकाश नायक ने वहां ड्यूटी में मौजूद पुलिस अधिकारियों से बदसलूकी किया था।जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था।दरअसल वायरल वीडियो में प्रकाश नायक पहले तो अधिकारियों से ऊंची आवाज में बदतमीजी से बात करते नजर आ रहे हैं।उसके बाद वे गुस्से में आकर एक अधिकारी के ऊपर धक्का मुक्की के अंदाज में झपटते हैं।लेकिन वहां मौजूद पुलिस अधिकारी उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं।जिसके बाद प्रकाश नायक उसी जगह धरने पर बैठ जाते हैं।
डॉक्टर्स और आईपीएस से भी हो चुका है विवाद…
उल्लेखनीय है की विधायक रहते पहले भी प्रकाश नायक और उनके बेटे ऋतिक अधिकारियों से हुज्जतबाजी को लेकर सुर्खियों में रह चुके हैं.. एक मर्तबा एक होटल में डॉक्टर्स की चल रही पार्टी के दौरान उनके बेटे का विवाद डॉक्टरों से हो गया था।खबर मिलने के बाद प्रकाश नायक भी वहां अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ पहुंच गए फिर वहां जमकर हंगामा हुआ था।जिसका वीडियो भी बना था।इसी तरह की एक घटना उनके बेटे ने कोतरा रोड थाना में की थी।जिसमे उसने वहां ड्यूटी पर मौजूद आईपीएस अधिकारी के साथ बदतमीजी किया,फिर बीच में आए पुलिस के जवान के साथ भी उसने मारपीट किया।इस मामले में ऋतिक को बीस दिन जेल में भी रहना पड़ा था।हालाकि जानकारी के अनुसार बाद में यह मामला आपसी समझौते से सुलट भी गया था।
रायगढ़ विधानसभा से करारी हार का एक कारण यह भी…?
कहा जाता है की प्रकाश नायक के पांच साल के कार्यकाल के दौरान शहर में गुंडागर्दी बहुत बढ़ गई थी।इनसे जुड़े कुछ तथाकथित लोग विधायक की शह पर लोगों को परेशान करने लगे थे।इनके खास माने जाने वाले कुख्यात बदमाशों ने मारपीट की कई वारदातों को अंजाम दिया जिसमे कुछ अभी भी जेल में हैं।आईपीएस,डॉक्टर्स सहित आम लोगों से की गई ज्यादतियों का हिसाब जनता ने चुनाव में इनके खिलाफ वोटिंग कर किया।परिणाम स्वरूप इन्हे तकरीबन 70 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा।

क्या पुलिस भी कर सकती है एफआईआर…
पीसीसी से नोटिस मिलने के बाद शहर में इस बात की भी चर्चा जोरों पर है की क्या प्रकाश नायक के खिलाफ पुलिस शासकीय काम में बाधा और वीआईपी ड्यूटी में तैनात पुलिस अधिकारियों के साथ बदतमीजी को लेकर उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करेगी।क्योंकि जब पीसीसी ने उनके द्वारा किए गए आचरण को गलत माना है तो फिर ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं की पुलिस भी उनके द्वारा किए गए दुर्व्यवहार को संज्ञान में लेते हुए विधिसम्मत कार्यवाही कर सकती है।

