
रायगढ़…जिले में बढ़ते उद्योगों ने यहां के लोगों की सांसों तक को गुलाम बना लिया है।बढ़ते औद्योगी करण की वजह से होने वाले प्रदूषण ने अब लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।लोग अब खुली हवा में भी सांस लेने को मजबूर हो गए हैं।प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित गेरवानी क्षेत्र के सरायपाली और देलारी हैं।जहां उद्योगपतियों की मनमानी की वजह से ग्रामीणों की जान तक चली जा रही है।
बता दें की इस क्षेत्र के तालाब यहां के उद्योगों के प्रदूषण की वजह से प्रदूषित हो चुके हैं।जिसके कारण यहां के लोगों के सामने निस्तारी की सबसे बड़ी समस्या हैं।वहीं उद्योगों की चिमनियों से निकलने वाले प्रदूषित धुवे से यहां के लोगों में हृदय संबंधी बीमारी लगातार बढ़ रही है।साथ ही सांस की बीमारी और चर्म रोग से भी यहां के लोग परेशान हैं।बीते डेढ़ दशक की बात की जाए तो यहां के ग्रामीण उद्योगपतियों के सामने गुलामों की तरह जीवन जीने के लिए मजबूर हैं।दूसरी तरफ जिला प्रशासन की तरफ से भी यहां के बाशिंदों को अब कोई उम्मीद नहीं बची है।प्रशासन के सुस्त रवैए के वजह से ही प्रदूषण ने इस क्षेत्र में पैर जमा लिए हैं।हालाकि बीते दिनों क्षेत्र के लोगों ने कलेक्टर और पर्यावरण अधिकारी को आवेदन देकर खुली हवा में सांस लेने का अधिकार मांगा है।अब देखना ये है की उनकी मांग पर क्या कार्यवाही कलेक्टर महोदय करते हैं।





