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ट्यूबेल रिकनाइजेशन सर्जरी पद्धति से महिला को मिला मातृत्व सुख डॉ आर. एल. हॉस्पिटल की एक और चमकीली कामयाबी


रायगढ़ – – शहर एवं जिले का सुप्रसिद्ध डॉ आर. एल. हॉस्पिटल व टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर जिले के लोगों के लिए इन दिनों वरदान साबित हो रहा है। डॉ. आर. एल हॉस्पिटल व टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर की सुप्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रिया अग्रवाल के नेतृत्व में समाज के सैकड़ों मरीजों का मानवीय सेवा भाव के साथ सफल इलाज किया जा रहा है। वहीं अस्पताल भी लोगों की विश्वसनीयता पर दिन ब दिन खरा उतर रहा है। इसका प्रमुख कारण यही है कि यहाँ मरीजों का बेहतर इलाज कर उन्हें संतुष्ट कर यहाँ से भेजा जाता है। वहीं अस्पताल अपनी इन्फेर्टिलिटी सेंटर के लिए भी पूरे जिले व अन्य जिलों में भी प्रसिद्ध है। जहाँ कई बाँझपन से जूझ रही महिलाओं का सफल इलाज कर उन्हें मातृत्व सुख प्रदान किया है। इसी तरह कम खर्च में बेहतर सुविधा के लिए भी अस्पताल कटिबद्ध है। इसी कड़ी में एक बार पुनः सुप्रसिद्ध डॉ प्रिया के नेतृत्व में एक 31 वर्षीय महिला का नाम न छापने की शर्त पर ट्युबेल रिकनाइजेशन सर्जरी कर उनके माँ बनने का मार्ग प्रशस्त किया। इस सफलता ने हॉस्पिटल का नाम सुनहरे पन्नों में अंकित हो गया है। वहीं अस्पताल मरीजों के लिए एक बड़ी आशा व विश्वास का केंद्र बन चुका है।
मिला मातृत्व सुख की खुशी – – विदित हो की 31 वर्षीय महिला नाम न छापने के शर्त पर जिनका दस वर्ष पहले नसबंदी हो चुका था उन्हें पारिवारिक व जटिल कारणों से पुनः माँ बनने की इच्छा हुई। महिला कई अस्पतालों के चक्कर काट चुकी थी। जहाँ उन्हें सिर्फ टेस्ट ट्यूब बेबी के माध्यम से ही माँ बनने की सलाह दी व डॉक्टरों के इलाज पश्चात् राहत नहीं मिलने पर विश्वास लिए अंततः वे बड़ी आशा के साथ डॉ आर. एल हॉस्पिटल पहुँची व इन्फेर्टिलिटी सेंटर के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रिया अग्रवाल के पास मिलकर अपनी समस्या से अवगत कराया। प्राथमिक उपचार के पश्चात् डॉ. प्रिया ने उन्हें नसबंदी खुलवाकर माँ बनने का सुझाव दिया एवं उन्हें ट्यूबेल

रिकनाइजेशन सर्जरी कराने की सलाह दी एवं समस्या से जुड़ी सभी जरुरी जाँच कर रिपोर्ट देखने के बाद एवं मरीज व उनके परिजनों की सहमति के पश्चात् विगत अप्रैल 2021 में सर्जरी किया तत्पश्चात महिला विगत मई 2022 में गर्भवती हुई एवं जनवरी 2023 में एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया।
क्या है ट्यूबेल रिकनाइजेशन – – इस सर्जरी के माध्यम से जो पहले नसबंदी करा चुके यह सर्जरी कर उन्हें फिर से उर्वर बनाया जा सकता है। यह सर्जरी उन महिलाओं के लिए किया जाता है जो पहले नसबंदी करा चुके हैं व पुनः गर्भधारण करना चाहते हैं। नसबंदी के दौरान जिस फ़ैलोपियन ट्यूब को काट या बांध दिया जाता है। उन फैलोपियन ट्यूब को काटकर अलग किये हिस्से को फिर से आपस में जोड़ दिया जाता है। ट्यूब का रास्ता खुलने के बाद अंडा फिर से अंडाशय से गर्भाशय तक जाने लगता है। जिससे महिला पुनः गर्भधारण कर पाती है व माँ बनने का मार्ग प्रशस्त हो पाता है।
जिले का पहला टेस्ट ट्यूब सेंटर – – जिले का पहला टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर व आधुनिक चिकित्सा संसाधनों से अपडेट डॉ आर एल हॉस्पिटल की सुप्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रिया अग्रवाल निः संतान दम्पतियों के जीवन में उजियारा लाने पवित्र मन से समर्पित व संकल्पित हैं।
सात सौ निःसंतान दंपतियों को मिला मातृत्व सुख – – सुप्रसिद्ध डॉ प्रिया स्त्री प्रसूति रोग विशेषज्ञ की खासियत यह है कि ये स्त्री प्रसूति रोग सहित टेस्ट ट्यूब के माध्यम सेअब तक लगभग 700 निः संतान दंपत्तियों के घर उजियारा फैला चुकी हैं। वहीं जिले का पहला टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के माध्यम से निः संतान दम्पतियों के इलाज की सुविधा अत्याधुनिक स्तर के मानक के साथ उपलब्ध कराया जा रहा है।
24 घंटे सुविधा युक्त ट्रामा सेंटर – – उन्होंने बताया कि अस्पताल में 24 घंटे किसी भी तरह के क्रिटिकल हालत में आए मरीजों का तत्काल इलाज किया जाता है व आधुनिक हाइटेक चिकित्सा सुविधाओं का उपयोग कर इलाज किया जाता है।
एनएबीएच से मान्यता प्राप्त अस्पताल – – जानकारी के मुताबिक भारत सरकार द्वारा संचालित एनएबीएच (नेशनल एक्रीडेशन बोर्ड ऑफ़ हॉस्पिटल) जो हॉस्पिटल की गुणवत्ता और सुविधा का मानक तय करता है एवं हॉस्पिटल मानक अनुरूप पाए जाने पर सर्टिफिकेट प्रदान करता है। जिसमें हॉस्पिटल की गुणवत्ता व सुविधा एनएबीएच के मानक के अनुरूप पाया गया है व हॉस्पिटल को एनएबीएच का सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। वहीं जिले व अन्य जिले के मरीजों के लिए डॉ आर एल हॉस्पिटल बेहतरीन चिकित्सा सुविधा के लिए वरदान साबित हो रहा है।

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