
रायगढ़…जमीन अधिग्रहण के बाद जमीन मालिकों को नौकरी देने का मामला हो या फ़िर स्थानीय गरीब मजदूरों की मजदूरी भुगतान का मामला ही एनटीपीसी लारा के अधिकारी मजदूर हित के विरुद्ध ही काम करते नजर आ रहे हैं।
बता दें की इस बखत तकरीबन डेढ़ सौ मजदूरों की मेहनत और खून पसीने की कमाई एनटीपीसी के ठेकेदार ने रोक रखा है।अब चारों तरफ से मायूस हो चुके सैकड़ों मजदूर कलेक्टर के दरबार पहुंच कर मेहनताना दिलाने की गुहार लगाए हैं। इधर यह भी बताया जा रहा है की ठेकेदार मनमानी करते हुए मजदूरों का पीएफ भी नही जमा करता है। और न ही उन्हें बोनस मिलता है। बहरहाल पीड़ित मजदूरों में अब न्याय की आस जगी है।

