
सीमांत किसानों हेतु कृषि उत्पादकता बढ़ाने व आर्थिक सुदृढ़ता हेतु कृषि उपकरणों की उपलब्धता – शालू जिंदल
रायगढ़ / कृषि उत्पादकता एवं किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से जेएसपीएल फाउंडेशन ने उड़ीसा एवं छत्तीसगढ़ में एक विशेष कार्यक्रम जिंदल कृषि विकास शुरू किया गया है इस कार्यक्रम के तहत फाउंडेशन किसानों मुख्य रूप से छोटे किसानों को यंत्रीकरण के साथ सहायता करेगा कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए आधुनिक कृषि पद्धतियों से खेती का मशीनीकरण एक महत्वपूर्ण इनपुट है। हमारे देश में अधिकार सीमांत किसान इसे वाहन करने में सक्षम नहीं है जो कि उनकी कृषि आय व जीवन की समग्र गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। जेएसपीएल फाउंडेशन के जिंदल कृषि विकास कार्यक्रम का उद्देश्य उत्पादन उत्पादकता और नगद आय तक पहुंच स्थाई वृद्धि के लिए कृषि मशीनीकरण के माध्यम से सीमांत किसानों को सहयोग करना है इससे मानव श्रम और खेती की लागत भी कम होगी और कृषि उत्पादन उत्पादकता में वृद्धि होगी। जेएसपीएल फाउंडेशन की अध्यक्षा शालू जिंदल ने कहां इस कार्यक्रम के तहत जेएसपीएल फाउंडेशन द्वारा कृषि मशीनीकरण हेतु। संयंत्रों की खरीदी की जावेगी और इसे एक स्थानीय किसान संगठन जैसे किसान उत्पादक संगठन(एफ पी ओ) कृषि सेवा केंद्र किसान क्लब, किसान क्लब फेडरेशन डेयरी सोसाइटी के पास जमा रखा जाएगा। डीएस (ग्राम वाटर शेड कमेटी) वी हीडब्ल्यू सी आदि। किसान संगठनों (एफ पी ओ) को जेएसपीएल फाउंडेशन के पास समझौते पर हस्ताक्षर करना होगा। यह सुनिश्चित हो सके छोटे व सीमांत किसानों को मशीनरी से अधिकतम लाभ मिल रहा है। किसान संगठन को मामूली राशि का भुगतान कर हायरिंग के आधार पर रखी गई। मशीनरी का उपयोग कर सकते हैं । हायरिंग से प्राप्त राशि का उपयोग उपकरणों के रखरखाव एवं प्रति स्थापना के लिए किया जाएगा स्थानीय किसान संगठन 1500000 तक की कृषि मशीनरी ( सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी को छोड़कर) प्राप्त कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम के तहत ट्रैक्टर पावर ट्रीलर, रीपर, पावर ड्रीवन, सिड ड्रील, पावर विदर, 02 पावर स्प्रेयर पंप (3व5 एचपी) टूल किट मशीनरी रूम आदि उपकरण उपलब्ध कराएं जायेंगे। कृषि उपकरणों की राशि संगठन से संगठन में भिन्न हो सकती है।
छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा राज्य के इंटर स्टेट किसान संगठन उत्तर योजना का लाभ लेने के लिए अपना आवेदन जेएसपीएल फाउंडेशन के वेबसाइट WWW.isplfoundation.com में जाकर को 21 मई 2022 तक कर सकते हैं। प्राप्त आवेदनों को स्वीकृत या अस्वीकृत करने का अधिकार फाउंडेशन का होगा।

