
रायगढ़। शहर का रामपुर एक ऐसा क्षेत्र बन चुका है जहां तमाम तरह के आपराधिक गति विधियां संचालित हो रही हैं। कबाड़ कारोबार के रास्ते नशे के सामान आसानी से लोगों तक पहुंच रहा है। इसकी चपेट में नाबालिक युवा वर्ग को आसानी उपलब्ध हो रहा है। सुलेशन और इंजेक्शन नशे के रूप तेजी से इस्तेमाल हो रहे हैं। इसकी चपेट में नाबालिक आवारा किस्म के नाबालिक किशोरों में तेजी से फैल रहा है जो इन नशे के सामग्री का उपयोग कर तमाम तरह के आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। सुलेशन और इंजेक्शन का इस्तेमाल नशे के रूप में इस्तेमाल कर अपराध की दुनिया में कदम रख कर समाज में गंदगी फैला रहे हैं।
विदित हो कि पंचधारी डेम में मानसिक रूप से कमजोर युवती से गैंग रैप करने वाले चारो आरोपियों में तीन नाबालिक हैं और एक युवक बालिग है जो खुद उस ऑटो का ड्राइवर था जो बरामद किया गया था। बताया जाता है की रामपुर में एक अवैध कबाड़ गोदाम चलाने वाले कबाड़ी की वह ऑटो है। चारो उसी कबाड़ी के लिए कबाड़ी समान बीनकर लाने के लिए उस ऑटो को लेकर जाते थे।और नशे के रूप में इंजेक्शन और सॉल्यूशन का इस्तेमाल करते, बताया जाता है इंजेक्शन ओडिशा के रास्ते यहां पहुंचता है। और नशे का सामान देकर इनसे कई तरह के कबाड़ कारोबार इनसे कराया जाता है। जहां जहां कचरा डपिंग होता है उसके आसपास इस तरह के नाबालिक किशोर कबाड़ के लिए मंडराते रहते हैं। सस्ते नशे के रूप में ये कपड़े में सॉल्यूशन डाल कर नशे में धूत कचरों के बीच कबाड़ तलाशते नजर आते हैं। पंचधरी डेम भी इनका एक प्रमुख अड्डा है। सुनसान और नदी का किनारा होने के कारण नशा करने के लिए इसे महफूज अड्डे के तौर पर यह सुरक्षित ठिकाना भी है। इधर पुलिस की गश्त भी नहीं होती है।
रामपुर में रोड किनारे की सरकारी जमीनें कब्जे की चपेट में आई और इसे माफिया टुकड़ों टुकड़ों में बेचकर कब्जा करवाया। शराब दुकान अहाता के आसपास पूरी सरकारी जमीन अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुकी है। कबाड़ गोदाम भी इसी स्थान पर है।

