
रायगढ़.. छातामुड़ा क्षेत्र में अनुभव बिल्डर्स द्वारा की जा रही मनमानी पर प्रशासन ने अब तक कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं की है।जबकि दूसरी तरफ बिल्डर प्रशासन को चुनौती देते हुए विवादित नाले पर किए गए अतिक्रमण पर बाउंड्री वॉल भी खड़ा कर दिया है।
क्या है पूरा मामला..
दरअसल छातामुड़ा में अनुभव बिल्डर्स द्वारा कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है।विवादित नाले के दोनों तरफ आनंद बंसल की करीबन 60 एकड़ जमीन है।बताया जा रहा है कि इस जमीन के बीच में ही 75 फीट का नाला था।जिसे शिकायतकर्ता के बताए मुताबिक बिल्डर ने पाट कर कब्जा कर लिया है।कथिततौर पर बिल्डर के अतिक्रमण कर लेने के बाद नाला महज 25 फीट का रह गया है।बताया जा रहा है कि नाले के दोनों तरफ बिल्डर ने जिस जमीन पर कब्जा किया है।उसी जमीन पर पहले किसानों के ट्रैक्टर जाया करते थे।चूंकि कब्जा के बाद अब आवागमन के साथ साथ बरसाती पानी की निकासी की समस्या भी मोहल्लेवासियों के सामने आ गई है।

प्रशासन के सुस्त रवैए से मोहल्लेवासी नाराज..
बता दें कि बीते दिनों प्रशासन ने इसी जगह अनुभव बिल्डर्स द्वारा किए गए अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया था।किंतु इसी जगह नाले पर दोनों तरफ किए गए कब्जा पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।इधर मोहल्लेवासियों ने इसी मसले को लेकर विगत 10 सितंबर को एसडीएम महेश शर्मा को ज्ञापन दिया था।जिसमें एसडीएम ने तत्काल एक्शन लेते हुए सीमांकन के लिए दो आर आई और पांच पटवारियों की टीम बनाई थी और लिखित आदेश दिया था कि एक हफ्ते के भीतर सीमांकन कर रिपोर्ट दिया जाए,किंतु आज मियाद पूरी हो जाने के बाद भी सीमांकन नहीं हो पाया है।दूसरी तरफ बिल्डर ने नाले के दोनों तरफ बाउंड्री वॉल भी खड़ा कर लिया है।
कार्यवाही से बचने बिल्डर कर रहा रसूख का इस्तेमाल..
सूत्रों की माने तो सीमांकन की कार्यवाही को रोकने के लिए एक बिल्डर रोजाना हाथ पैर मार रहा है।ऐसी चर्चा है कि अगर नाले की दोनों तरफ की जमीन का सीमांकन हो गया तो बिल्डर की करतूत सामने आ जाएगी।इसी लिहाज से बिल्डर का प्रयास है कि नापजोख की कार्यवाही ना हो।
क्या कहते हैं एसडीएम..
एसडीएम महेश शर्मा ने बताया कि आर आई पटवारी की टीम गठित कर दी गई है।कुछ प्रशासनिक व्यस्तता की वजह से सीमांकन नहीं हो पाया है।आगामी 25 सितंबर तक सीमांकन कर लिया जाएगा।

