
चंद्रपुर। नगर के गौरव पथ निर्माण में हो रही लगातार देरी, अधूरे कार्य और बढ़ती दुर्घटनाओं ने नगरवासियों का धैर्य तोड़ दिया है। लंबे समय से अधूरे पड़े गौरव पथ के कारण लोग परेशान हो चुके हैं। शुक्रवार को नगर के युवाओं का बड़ा जत्था नगर पंचायत भवन पहुंचा और मुख्य नगरपालिका अधिकारी (सीएमओ) रामसजीवन सोनवानी से मुलाकात कर निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने की मांग की। युवाओं ने स्पष्ट कहा कि यदि सोमवार तक कार्य शुरू नहीं हुआ तो वे मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठेंगे।
अधूरी सड़क बनी हादसों का कारण
अधूरे गौरव पथ के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। सड़क पर जगह-जगह बिजली के पोल लगे होने से कई बार ट्रक उनसे टकरा चुके हैं। पोल शिफ्टिंग न होने के कारण नाली और सड़क कटिंग संबंधी कई कार्य भी अधूरे पड़े हैं।

स्थानीय युवक शेखर मालवीय ने कहा, “गौरव पथ पर चलते वक्त हर पल डर बना रहता है। कभी ट्रक बिजली के पोल से टकरा जाता है तो कभी गाड़ी धंस जाती है। प्रशासन सिर्फ आश्वासन दे रहा है, लेकिन सड़क की हालत बद से बदतर होती जा रही है।”
एम्बुलेंस फंस रही, मरीज परेशान
अधूरे मार्ग पर कई बार एम्बुलेंस फंस चुकी हैं। इससे मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। दुर्घटनाएं भी आम हो गई हैं।

युवक मोंटू माली ने कहा, “जब एम्बुलेंस फंसती है और मरीज तड़पता है, तब लगता है कि इस सड़क पर मानवता मर चुकी है। अधिकारी खुद यहां आकर देखें, तब उन्हें असली समस्या समझ आएगी।”
प्रशासन और अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल
इस पूरे मामले में अधिकारियों की चुप्पी ने लोगों का गुस्सा और बढ़ा दिया है। न तो कोई ठोस जवाब मिल रहा है और न ही समस्या के समाधान के लिए पहल हो रही है।

पवन अग्रवाल ने कहा, “हमने पहले भी कई बार आवेदन और ज्ञापन दिए, लेकिन प्रशासन टालमटोल कर रहा है। अब अगर सोमवार तक काम शुरू नहीं हुआ तो हम हड़ताल करेंगे, और इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से शासन-प्रशासन की होगी।”
गुणवत्ता और भ्रष्टाचार पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि आधे से अधिक भुगतान ठेकेदार को कर दिया गया है, फिर भी सड़क अधूरी है। कई जगह सड़क दरक चुकी है।
युवक जीत ने कहा, “सड़क की हालत देखकर लगता है कि यहां भ्रष्टाचार हुआ है। कोर कटिंग रिपोर्ट की आड़ में भुगतान रोकने की बात कही जा रही है, लेकिन सड़क की गुणवत्ता खुद सवाल खड़े कर रही है।”
आंदोलन की तैयारी
युवाओं ने कहा कि उन्होंने तहसीलदार कार्यालय, पुलिस थाना और नगर पंचायत को पहले ही लिखित सूचना दे दी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
युवक रिक्की और मनोज पुरोहित ने कहा, “अगर प्रशासन नहीं जागा तो मंगलवार से हम सड़क पर उतरेंगे। हम बिना काम शुरू हुए पीछे नहीं हटेंगे, चाहे हमें जेल ही क्यों न जाना पड़े। अधिकारी भी वार्ता करने आएंगे तो उन्हें इसी अधूरी सड़क पर बने गड्ढों और कीचड़ से होकर आना होगा।”

