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डेंगू से बचाव के लिए कार्य शुरू: स्वास्थ्य विभाग एवं निगम की हुई संयुक्त बैठक0 डेंगू से बचने लोगों में जागरूकता लाने पर दिया गया जोर0 कबाड़ी दुकान, निर्माणाधीन भवन मकान एवं मंदिर में साफ पानी ठहराव की जांच एवं चेतावनी के दिए गए निर्देश


रायगढ़। निगम प्रशासन एवं जिला स्वास्थ्य विभाग, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग द्वारा संयुक्त रूप से डेंगू से बचाव के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके लिए सोमवार को निगम सभाकक्ष में नगर निगम एवं जिला स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त रूप से बैठक हुई। बैठक में डेंगू संक्रमण के लिए चिन्हांकित वार्डों में जन जागरूकता लाने संबंधित ठहरे हुए साफ पानी पर एंटी लार्वा दवाइयां के छिड़काव करने संबंधित बातों पर चर्चा की गई।
रायगढ़ शहर में डेंगू संक्रमण बरसात के अंत में शुरू हो जाती है। इसके लिए निगम कमिश्नर श्री बृजेश सिंह क्षत्रिय द्वारा कार्ययोजना के तहत अभी से मच्छर लार्वा खत्म करने संबंधित दवाइयां का छिड़काव, फागिंग मशीन से धुआं करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह डेंगू संक्रमण से संबंधित वार्डों में डेंगू से बचाव संबंधित जन जागरूकता के साथ निगरानी रखने एवं साफ पानी जहां पर ठहरते हो वहां

टेमिफास और बी टी आई दवाइयों के छिड़काव करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में वार्ड क्रमांक 17, 18, 19, 20, 7, 12 एवं 13 को डेंगू संक्रमण वार्ड बताया गया। इस दौरान प्रोजेक्टर से फोटो दिखाते हुए पिछले साल की स्थिति की भी जानकारी दी गई। संयुक्त बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अनिल जगत ने बताया कि डेंगू के लिए जन जागरूकता लाना और लोगों को डेंगू से बचने संबंधित बातों को बताना ही, इसके संक्रमण को रोकने और लोगों को इससे बचाने का सबसे आसान तरीका है। उन्होंने बताया कि मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, निगम स्वच्छता सुपरवाइजर, सफाई दरोगा की टीम द्वारा संबंधित वार्ड के लोगों को डेंगू से बचने संबंधित उपाय की जानकारी दी जाएगी। इसमें घर के कुलर, गमले, टायर, कबाड़ी, कोटना, फ्रिज के पीछे, पानी की टंकी, आंगन आदि के गड्ढे में भरे साफ पानी को नियमित रूप से सफाई करने संबंधित जानकारी देने घरों के दरवाजे एवं खिड़कियों जाली लगाने और पर्दा लगाने, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करने, फुल आस्तीन के कपड़े पहने आदि बातों का प्रचार करने की बात कही। इसी तरह जिला एपिडेमिक अधिकारी डॉक्टर

कल्याणी पटेल ने बताया कि शहर के मंदिर निर्माणधीन भवन, मकान आदि स्थानों की जांच के साथ डेंगू से बचाव की जानकारी देने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मंदिरों में दीया, नारियल की खोल, बड़ी मात्रा में जमा रहता है। इसी तरह कंस्ट्रक्शन एरिया यानी जहां पर भी मकान या भवन बनाएं जा रहे हो वहां पर भी बरसात का साफ पानी जमा हो जाता है। उस साफ पानी में 7 से 8 दिन तक डेंगू का लार्वा पनप जाता है और यही लार्वा मच्छर का रूप लेकर डेंगू फैलते हैं, इसलिए ऐसे स्थानों को भी चिन्हांकित करने वहां जागरूकता लाने और रोटेशन पर नियमित दवाइयां का छिड़काव करने की बात कही गई। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग के टेक्नीशियन द्वारा टेमिफास एवं बीटीआई सॉल्यूशन बनाने की तकनीक बताया गया। बैठक में स्वास्थ्य विभाग से डेंगू नोडल अधिकारी डॉक्टर सुमित कुमार मंडल, डीपीएम सुश्री रंजना पैकरा, निगम प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी श्री शिव यादव, स्वच्छ भारत मिशन प्रेरक सहित सभी सफाई दरोगा, सभी स्वच्छता सुपरवाइजर, सभी एसएलआरएम सुपरवाइजर आदि कर्मचारी उपस्थित थे।

सूखा और गीला कचरा अलग-अलग नहीं देने पर स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ा रायगढ़ नगर निगम

डेंगू कार्ययोजना बैठक के बाद कमिश्नर श्री बृजेश सिंह क्षत्रिय ने निगम स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली। इसमें स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के संबंध परिणाम की जानकारी दी गई। इस दौरान 95 से 56 स्थान लाने पर सभी के कार्यों की सराहना की गई। इसी तरह स्वच्छता सर्वेक्षण के विभिन्न आयाम के लिए तय अंक को बताया गया। इसमें गार्बेज फ्री सिटी में 1300 में से 500 अंक की प्राप्त होने की जानकारी दी गई। कमिश्नर श्री क्षत्रिय ने बताया कि यह मुख्य रूप से सोर्स सेग्रीगेशन से संबंधित है। सोर्स सेग्रीगेशन का मतलब घरों से निकलने वाले सूखा एवं गीला कचरा को अलग-अलग नहीं देना। वर्तमान में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन स्वच्छता दीदियों द्वारा किया जा रहा है, लेकिन अधिकांश वार्ड के लोगों द्वारा सूखा एवं गीला कचरा अलग-अलग नहीं दिया जाता। इसमें स्वच्छता दीदियों द्वारा जुर्माना करने पर झगड़ा, लड़ाई, दुर्व्यवहार भी किया जाता है। कमिश्नर श्री क्षत्रिय ने कहा कि निगम प्रशासन की टीम द्वारा शहर को स्वच्छ रखने, सफाई कार्य को व्यवस्थित करने और स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन के लिए सतत प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इसमें शहरवासियों की सहभागिता बहुत कम है। अभी भी लोगों द्वारा सूखा एवं गीला कचरा को अलग-अलग नहीं दिया जाता। इससे ही स्वच्छ सर्वेक्षण में हमारा शहर पीछे रहा है। कमिश्नर श्री क्षत्रिय ने सभी शहरवासियों से डोर टू डोर कचरा लेने आने वाले रिक्शा दीदियों को सूखा एवं गीला कचरा अलग-अलग देने और अपने शहर को स्वच्छता की श्रेणी में अग्रणी बनाने सहभागिता निभाने की अपील की है।

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