
शिकायत के बाद जांच के लिए एमएसपी के प्रदूषण और फ्लाई ऐश की समस्या को लेकर आने वाली है टीम,
विकास विरोधी नहीं शुद्ध आबोहवा मकसद है हमारा,
रायगढ़ / जिले में पर्यावरण प्रदूषण की समस्या विकराल रूप धारण करते जा रही है। इसे लेकर पर्यावरण मित्र द्वारा लगातार आवाज उठाई जा रही है। जिले में उद्योगों से निकलने वाले फ्लाई ऐश की विकराल समस्या सहित औद्योगिक प्रदूषण को लेकर मोर्चा खोल रखा है। बजरंग अग्रवाल का साफ कहना है कि हम विकास विरोधी नहीं हम पर्यावरण प्रदूषण विरोधी है। यही वजह है कि तमाम उद्योगों के ईआईए रिपोर्ट का अध्ययन करने पर पाया गया कि अधिकांश उद्योग ईआईए रिपोर्ट का शत प्रतिशत पालन नहीं करती है। जिसका खामियाजा आम लोगो को भुगतना पड़ रहा है।
पर्यावरण मित्र ने कहा कि अब उद्योगों को शत प्रतिशत ईआईए रिपोर्ट का पालन करना होगा और 33 प्रतिशत भूभाग को ग्रीन बेल्ट विकसित करना होगा अन्यथा उद्योग में ताला लगेगा। उद्योगों में 33 प्रतिशत ग्रीन बेल्ट विकसित नही करने वाले उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी। पर्यावरण मित्र बजरंग अग्रवाल का यह भी कहना है कि छग औद्योगिक नीति के अनुसार छत्तीसगढ़ियों को 100 प्रतिशत रोजगार देने की भी मांग की गई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली की टीम आने वाली है एमएसपी के पर्यावरण प्रदूषण और फ्लाई ऐश के शिकायत कि जाँच के भी आदेश आ गए हैं इसकी जांच भी होने वाली है। एमएसपी के प्रदूषण और फ्लाई ऐश को लेकर पर्यावरण मित्र के बजरंग अग्रवाल और जन चेतना के राजेश त्रिपाठी द्वारा शिकायत की गई थी इसके बाद इसकी जांच के आदेश कर दिया गया है जल्द ही इस मामले में जांच शुरू होगी।
पर्यावरण मित्र के बजरंग अग्रवाल ने कहा कि उद्योगों से ही विकास सम्भव है और हम विकास के विरोधी नहीं हैं लेकिन बढ़ते प्रदूषण ने जीना मुहाल कर दिया है लोगों स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है हम इसके विरोधी हैं उद्योगों को अब प्रदूषण को लेकर गम्भीर होना होगा अन्यथा ईआईए रिपोर्ट के अनुसार ग्रीन बेल्ट विकसित न होने और प्रदूषण की रोकथाम के उपाय करें ताकि एक स्वस्थ्य व विकसित शहर बन सके।





