
रायगढ़:- अपनी कुर्सी की चिंता में दुबले हुए जा रहे सूबे के मुखिया भूपेश बघेल को किसान विरोधी बताते हुए सांसद गोमती साय ने कहा सहकारी समिति के कर्मचारियों के अनिश्चित कालीन हड़ताल से खेती किसानी का कार्य बुरी तरीके से प्रभावित हो रहा है। भूपेश बघेल चाहते है कि किसान खेती नही कर पाए ताकि उन्हें काम धान खरीदना पड़े। एक जून से अनिश्चित कालीन हड़ताल में गए सहकारी समिति कर्मचारियों को हड़ताल की वजह से जिले के किसानो को अंतिहीन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मानसून की शुरुवात होते ही खेती किसानी का काम तेजी से होता है। सहकारी समितियों के जरिए बीज खाद का वितरण किया जाता है उनके हड़ताल में जाने की वजह से पूरा कार्य ठप्प हो गया है। चुनावी तैयारियों में व्यस्त भूपेश बघेल सरकार को खेती किसानी की तैयारियों से

कोई सरोकार नहीं है। किसान हितैषी होने के दावे को कागजी बताते हुए सांसद गोमती ने कहा भूपेश सरकार प्राथमिकता से सहकारी समिति के कर्मचारियों की मांगों को पूरा कर हड़ताल समाप्त करवाए ताकि खेती किसानी का कार्य प्रभावित न हो सके। पटवारियों की हड़ताल से वैसे ही ग्रामीण क्षेत्रो में जमीन जायदाद का काम ठप्प हुआ था। भूपेश बघेल पर सरकार से नियंत्रण समाप्त होने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा सरकार से हर वर्ग असंतुष्ट है और अपनी मांगों के लिए लोकतांत्रिक तरीके से हड़ताल कर रहा है। छत्तीसगढ़ गठन के बाद इन चार सालो में पहली बार इतनी हड़ताल हो रही है इसके लिए भूपेश सरकार की वादाखिलाफी जिम्मेदार है l जिले में एक सौ दस सहकारी समितियां है । इनमे कार्यरत कर्मचारियों के हड़ताल की वजह किसानो के माथे में परेशानी व चिंता की लकीरें नजर आ रही है।

