
रायगढ़..जिले में बीते दो दशक से भी ज्यादा समय से फर्जी झोलाछाप डॉक्टर मौत का तांडव मचा रहे हैं।खासतौर से प्लांट एरिया में इनका कहर जमकर बरप रहा है।अब रायगढ़ शहर में भी इन झोलाछाप डॉक्टर्स की भरमार हो गई है।अगर स्वास्थ विभाग की जिम्मेदारी की बात करें तो सीएमएचओ ऑफिस की तरफ से इन तथाकथित फर्जी क्लिनिक संचालकों को खुली छूट दे दी गई है।
बहरहाल हालिया मुआमला कल शाम सोनिया नगर क्षेत्र में घटित हुआ है।जहां भोला यादव नाम के एक व्यक्ति के कंधे में दर्द होने के बाद उसे फ़टाका गोदाम के सामने स्थित तथाकथित डाक्टर भुवनेश्वर साहू के नेचुरो

क्लिनिक में इलाज के लिए ले जाया गया था।जहां डॉ साहू के द्वारा इंजेक्शन लगाने के आधे घंटे बाद भोला यादव की संदिग्ध मौत हो गई।घटना के बाद मृतक के घर पहुंचे डाक्टर साहू को मोहल्लेवासियों के विरोध का भी सामना करना पड़ा।आक्रोशित लोगों ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर भुवनेश्वर साहू के गलत इलाज की वजह से अब तक करीबन 6 लोगों की मौत हो चुकी है।इसमें एक छोटी बच्ची भी शामिल है।वहीं तफ्तीश करने पर यह भी पता चला है कि डॉक्टर साहू नेचरो क्लिनिक का संचालन भी अवैध तरीके से बीते कई बरसों से करते आ रहे हैं।क्लिनिक के संचालन के लिए भी सीएमएचओ कार्यालय से विधिवत अनुमति नहीं ली गई है।वहीं

डॉ भुवनेश्वर साहू
क्लिनिक की आड़ में डॉक्टर साहू नर्सिंग होम चला रहे हैं।इलाज के नाम पर डाक्टर साहू के द्वारा बकायदा मरीजों को यहां भर्ती करके इंजेक्शन लगाया और बॉटल चढ़ाया जाता है।लोगों ने यह भी बताया कि डॉक्टर के द्वारा छोटा मोटा ऑपरेशन भी मरीजों का कर दिया जाता है।फिलहाल एक फर्जी डॉक्टर की रुपयों की हवस और सीएमएचओ कार्यालय की बड़ी लापरवाही के कारण एक परिवार उजड़ गया है।वहीं जानकारी आ रही है कि कल शाम की इस घटना कि जानकारी मिलने के बाद आज सुबह कोतवाली पुलिस मृतक के अंतिम संस्कार के दौरान मुक्तिधाम भी पहुंची थी।लेकिन पुलिस के पहुंचने के पहले ही मृतक को मुखाग्नि दे दी गई थी।किंतु पुलिस के द्वारा मुक्तिधाम में मृतक के कुछ करीबी रिश्तेदारों और मोहल्लेवासियों के बयान लिए जाने की जानकारी मिल रही है।

