
रायगढ़…एसपी साहब की जीरो टॉलरेंस नीति कोतवाली और पॉलिटिकल मामले में आखिर खत्म क्यों हो जाती है।अगर शहर में घट रहे अपराधों पर गौर किया जाए तो रायगढ़ पुलिस का काम ठीक ठाक रहा है।लेकिन कोतवाली क्षेत्र में होने वाली घटनाओं और राजनीतिक मामलों में पुलिस पंगु बन जाती है।और पुलिस की सारी पॉलिसी जीरो हो जाती है।
बता दें कि अपराध नियंत्रण के मामले में कोतवाली सबसे ज्यादा पीछे चल रहा है।बीच चौक चौराहों पर गुंडागर्दी की वारदातें हो रही हैं।बीते चार माह में ही एसपी बंगला की इर्दगिर्द मारपीट की कई वारदातें हो चुकी हैं।फिलहाल अभी दो मामले सुर्खियों पर बने हुए हैं।जिस पर सभी की नजरें बनी हुई हैं।एसपी बंगला के ठीक बगल में साहिल ठाकुर पर हुए जानलेवा हमला के आरोपियों की गिरफ्तारी और पूर्व विधायक प्रकाश नायक की गिरफ्तारी को लेकर शहर में बातें हो रही हैं।दरअसल साहिल ठाकुर के मामले में शामिल आरोपी कुख्यात बदमाश हैं और लगातार बड़ी वारदातों को अंजाम देते रहे हैं।इसमें शामिल सोनी पाण्डेय जिलाबदर का आरोपी बताया जा रहा है।जो पुलिस की नाकामी का जीता जागता उदाहरण हैं।जिलाबदर होने के बावजूद वो अपने गैंग के साथ शहर में घुसकर अपनी गैंग के साथ एसपी बंगला तक पहुंच गया और एक युवक पर जानलेवा हमला कर फरार हो गया,जिसे कोतवाली पुलिस अभी तक पकड़ नहीं पाई है।कुछ माह पहले ही भाजपा के एक पूर्व पार्षद पर इंदिरा नगर में जानलेवा हमला हुआ था।इस घटना के आरोपियों को भी पुलिस अंत तक पकड़ नहीं पाई।चूंकि मामला राजनीतिक था,मार खाने वाला और मारने वाले दोनों सत्ता से जुड़े हुए थे। पॉलिटिकल सपोर्ट की वजह से कोतवाल साहब के हाथ दोनों मुजरिमों के गिरेबान तक नहीं पहुंच पाए थे।उन्हें अग्रिम जमानत के लिए पर्याप्त समय दिया गया।किंतु मामला इतना संगीन था कि माननीय हाईकोर्ट से उन्हें अग्रिम बेल नहीं मिली और उन्हें सरेंडर करना पड़ा।दूसरा मामला भी पॉलिटिकल के साथ साथ हाईप्रोफाइल भी है।दो दिन पहले पुसौर थाना में पूर्व विधायक प्रकाश नायक और उनके साथियों के विरुद्ध गैरजमानतीय धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।आरोप है कि प्रकाश नायक शराब के नशे में अपने साथियों के साथ आए और धान खरीदी केंद्र में फड़ प्रभारी के साथ मारपीट किए।सहकारी कर्मचारी संघ के एक्टिव होने के बाद प्रकाश नायक और उनके साथियों के ऊपर उसी दिन गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा तो लिख लिया गया है।किंतु इस संगीन मामले को लेकर अटकलों का बाजार पूरी तरह से गर्म नजर आ रहा है।प्रकाश नायक की गिरफ्तारी को लेकर यह कहा जा रहा है कि मामला पॉलिटिकल है।पुलिस अपने हाथ अब इसके आगे नहीं बढ़ाएगी और प्रकाश नायक को अग्रिम जमानत लेने के लिए पर्याप्त समय दे दिया जाएगा।
बहरहाल अब यही देखना हैं कि रायगढ़ पुलिस अपनी जीरो टॉलरेंस नीति के साथ आगे बढ़कर साहिल के हमलावरों और पूर्व विधायक को गिरफ्तार करती है या फिर…?





