
रायगढ़… रेल्वे स्टेशन के सामने करीबन बीस करोड़ की लागत से निर्माण कार्य चल रहा है।जो अब भ्रष्ट्राचार की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है।दरअसल जिस ठेकेदार को यह काम मिला है।वह इस काम को मापदंडों के अनुरूप करवा ही नही रहा है।अब तक जितना भी काम किया गया है।वह दोयम दर्जे का काम हुआ है।ठेकेदार को रोकने टोकने वाला कोई नही है।

इधर जब इस बात की जानकारी खबरनवीसों को हुई तो कल कुछ पत्रकार कवरेज करने स्टेशन के सामने पहुंचे,उनके साथ उस वार्ड की पार्षद के प्रतिनिधि दिबेश सोलंकी भी थे।मीडिया और पार्षद प्रतिनिधि जब निर्माण कार्यों का जायजा ले रहे थे,तभी ठेकेदार अपने दो आदमियों के साथ वहां पहुंचा,जिसमे से एक व्यक्ति शराब के नशे में धुत्त था। तीनों ने पहुंचते ही मीडिया और पार्षद प्रतिनिधि से बदसलूकी करना शुरू कर दिया।

उल्लेखनीय है की किए गए घटिया निर्माण कार्य का जायजा लेने के दौरान दिवेश सोलंकी वहां लगी टाइल्स को उखाड़कर मीडिया को घटिया निर्माण कार्य की जानकारी दे रहे थे।तभी अपनी पोल खुलती देख,तथाकथित ठेकेदार और उनके गुर्गे भड़क गए और गालीगलौज पर उतर आए।बात इतनी बढ़ गई कि धक्का

मुक्की की भी नौबत आ गई थी।बहरहाल जानकारी मिल रही है कि दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है।अब देखना ये है कि क्या रेल्वे इस पूरे मामले में संज्ञान लेकर घटिया निर्माण कार्य की समीक्षा कर गुंडा गर्दी पर उतारू ठेकेदार और उसके गुर्गों पर क्या कार्यवाही करता है।


